संगमरमर के घर घर के मुखिया के प्रतिबिंबित करैत अछि। घरक मुखियाक चमक आ थकान सेहो एहि मे झलक भेटैत अछि । तेँ सुख-दुखक कारण आत्मा केँ जे आनन्द आ आराम भेटैत छैक से मन आ अन्य अंग मे परिलक्षित होइत छैक आ बाहरी रूप मे प्रकट होइत छैक | तेँ कोनो बातक अनुभव मात्र आत्मा क ' सकैत अछि। मन आ अन्य अंग आत्मा के सहायक होइत अछि आ आत्मा के अनुभव के प्रतिबिंबित करैत अछि |
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